इन्ट्राडे ट्रेडिंग :- शेयर बाजार में निवेश के काही तरीके होते है कोई लंबे समय के लिए करता है कोई रो जाणा के लिए उतर चढाओ में खरीदी बिकरी करता है असेही एक रणनीती है जिसे हम ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है लेकिन बिना समजे शेयेर मे कदम राखणा जोखीम भरा हो सकता है ब्लोग मे हम जायेंगे की इंत्र्द्डे ट्रेनिंग क्या होती है या कैसे काम करते है इसके फायदे नुकसान क्या है इस्तेमाल करने के लिए और आपको मार्केट के बारे मे कितने जानकारी कितनी है इसे पता लगता है क्या ?आपको मार्केट में कितना अनुभव है आपने कितने दिन से मार्केट मे काम कर रहे है और आपकी क्या है मार्केट के बारे मे कितनी जान कारी है.
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इन्ट्राडे ट्रेडिंग क्या होता हैं (what is intraday trading)
इन्ट्राडे ट्रेडिंग का मतलब होता है की एक दिन मे आपने कितने शेयेर को ख़रीदे या भीषण इसमे ट्रेडिंग के दिन के उतार जोड आजी शेर को खरेदी शेयेर को बेचेही इंट्राडे कहते है शेर की उतार चढाओ के फायदे उठा ने के मुनाफा कमाने की कोशिश करे आज की खरी दिन ख़ ताम इंट्राडे ट्रेडिंग का उद्देश्य मूल्य छोटा बदलाव मे से लाभ उठा उस दिन के लिए सौदा किया जाता है.

इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करती है?
1. ट्रेडर किसी स्टॉक में तेजी या मंदी का अनुमान लगाता है।
2. वह शेयर को सुबह के बाजार खुलने के समय खरीदता है।
3. बाजार बंद होने से पहले वह शेयर को बेच देता है – चाहे मुनाफे में या घाटे में।
4. अगर समय पर शेयर नहीं बेचा गया, तो ब्रोकर खुद ही ऑटो-स्क्वायर ऑफ कर देता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए जरूरी चीजें
1. ✅ Demat और Trading Account
2. ✅ मार्जिन सुविधा (Margin Trading)
3. ✅ Market Watch List
4. ✅ ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और चार्टिंग टूल्स
5. ✅ समाचार और अपडेट्स का ज्ञान
6. ✅ तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis) की समझ
इंट्राडे ट्रेडिंग के लाभ
🔸 1. त्वरित लाभ की संभावना
अगर सही समय और रणनीति अपनाई जाए, तो कम समय में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
🔸 2. मार्जिन का लाभ
ब्रोकर कम पूंजी पर अधिक शेयर खरीदने की सुविधा देता है, जिससे ट्रेडिंग की क्षमता बढ़ती है।
🔸 3. रोज़ाना के अवसर
हर दिन शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव होता है – जिससे प्रतिदिन कमाई की संभावना रहती है।
🔸 4. कोई डिलीवरी चार्ज नहीं
इंट्राडे में डिलीवरी नहीं होती, इसलिए डीमैट चार्ज और लॉन्ग-टर्म टैक्स से बचाव होता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
❌ 1. उच्च जोखिम
तेजी से मुनाफा जितना संभव है, उतनी ही जल्दी नुकसान भी हो सकता है।
❌ 2. मानसिक तनाव
हर मिनट के उतार-चढ़ाव को देखना तनाव पैदा करता है।
❌ 3. अधिक लेनदेन शुल्क
फ्रिक्वेंट ट्रेडिंग से ब्रोकरेज और टैक्स ज़्यादा देना पड़ता है।
❌ 4. भावनात्मक निर्णय
डर और लालच के कारण लोग जल्दबाज़ी में गलत निर्णय ले लेते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग की प्रमुख रणनीतियाँ
🔹 1. Breakout Strategy
जब शेयर किसी निश्चित रेंज को पार करता है (ऊपर या नीचे), तो ट्रेडर पोजिशन लेता है।
🔹 2. Momentum Trading
शेयर में अगर तेज गति (volume + price action) हो तो उसी दिशा में ट्रेड करना।
🔹 3. Scalping
बहुत छोटे मुनाफे पर बार-बार ट्रेड करना। बहुत तेज़ और अनुभव की ज़रूरत होती है।
🔹 4. Moving Averages और Indicators
RSI, MACD, Bollinger Bands जैसे तकनीकी टूल्स की मदद से सही समय पर एंट्री/एग्ज़िट लेना।
इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल होने के लिए टिप्स
✅ स्टॉप लॉस जरूर लगाएं
✅ ट्रेडिंग जर्नल बनाए रखें
✅ ज्यादा लोभ न करें
✅ एक या दो स्टॉक पर ध्यान केंद्रित करें
✅ मार्केट ओपनिंग और क्लोजिंग टाइम का ध्यान रखें
✅ हर ट्रेड में रिस्क तय करें (1-2% से ज्यादा न हो)
किन लोगों को इंट्राडे ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए?
• जिनके पास बाजार का अनुभव नहीं है
• जिनका मन जल्दी विचलित होता है
• जो नौकरी में व्यस्त रहते हैं और पूरा समय नहीं दे सकते
• जो इमोशनल डिसीजन लेते है
कर और टैक्स
इंट्राडे ट्रेडिंग से जो भी लाभ होता है, वह Business Income की तरह टैक्स योग्य होता है और इस पर STT (Securities Transaction Tax) भी लागू होता है।
निष्कर्ष
इंट्राडे ट्रेडिंग एक आकर्षक कला है जो तुरंत लाभ दे सकती है लेकिन कोई नुकसान नहीं, यदि आप इस क्षेत्र में कदम रखना चाहते हैं, तो पहले सीखें, अभ्यास करें और एक रणनीति बनाएं, जिसका प्रबंधन सबसे महत्वपूर्ण है, शेयर बाजार एक जानवर नहीं है, यह एक विज्ञान है और मन विज्ञानों का एक संयोजन है, इंट्राडे ट्रेडिंग का उपयोग सबसे कठिन माना जाता है और लोग इसमें पैसा कमाते हैं और अपना मुनाफा भी निकालते हैं, यदि आप ऐसा करना चाहते हैं, तो आपको पहले ट्रेडिंग भी शुरू करनी चाहिए और फिर ट्रेडिंग शुरू करनी चाहिए।
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