Promoter Holding :– शेयर बाजार में जब आप किसी कंपनी में निवेश करने का निर्णय लेते हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण चीजें जांचना जरूरी होता है — जैसे कंपनी का मुनाफा, उसका कर्ज, उसका बिजनेस मॉडल और सबसे जरूरी: Promoter Holding
Promoter Holding यह बताती है कि किसी कंपनी में उसके प्रमोटरों की हिस्सेदारी कितनी है। यह निवेशकों के लिए कंपनी में विश्वास और नियंत्रण का एक बड़ा संकेतक होता है।
इस ब्लॉग में आप जानेंगे
Promoter कौन होता है?
Promoter उस व्यक्ति या समूह को कहा जाता है जिसने कंपनी की स्थापना की है या वह कंपनी के शुरुआती शेयरधारक हैं।
प्रमोटर कौन हो सकते हैं?
• कंपनी के संस्थापक (Founders)
• डायरेक्टर्स और उनकी फैमिली
• ग्रुप कंपनियां
• ट्रस्ट या होल्डिंग कंपनियां
उदाहरण:
Infosys के प्रमोटर — NR Narayana Murthy और उनकी फैमिली
Reliance Industries के प्रमोटर — Mukesh Ambani और परिवार
Promoter Holding क्या होती है?
Promoter Holding का मतलब है किसी कंपनी में प्रमोटरों द्वारा रखे गए शेयरों की हिस्सेदारी।
यह दर्शाता है कि कंपनी में कुल इक्विटी में से कितनी हिस्सेदारी प्रमोटरों के पास है।
फॉर्मूला:
Promoter Holding (%) = (प्रमोटरों के पास कुल शेयर / कुल आउटस्टैंडिंग शेयर) × 100
उदाहरण:
मान लीजिए:
• कुल शेयर = 10 करोड़
• प्रमोटरों के पास शेयर = 4 करोड़
तो Promoter Holding = (4 / 10) × 100 = 40%
इसका मतलब है कि कंपनी के प्रमोटरों के पास 40% हिस्सेदारी है।
Promoter Holding का महत्व
1. Ownership और नियंत्रण का संकेत
Promoter Holding यह दर्शाता है कि प्रमोटर कंपनी को कितना नियंत्रित करते हैं। ज्यादा हिस्सेदारी मतलब अधिक नियंत्रण।
2. निवेशकों का भरोसा
अगर प्रमोटर की हिस्सेदारी ज्यादा है, तो यह दर्शाता है कि उन्हें अपने बिजनेस पर भरोसा है।
3. Takeover से सुरक्षा
अगर किसी कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी कम होती है, तो बाहरी निवेशक या दूसरी कंपनियां उसे Takeover कर सकती हैं।
कम Promoter Holding के खतरे
1. कंपनी में नियंत्रण का अभाव
2. Takeover का खतरा बढ़ जाता है
3. निवेशकों में विश्वास की कमी
4. प्रमोटर का बिजनेस में रुचि कम
ज्यादा Promoter Holding के फायदे
1. कंपनी के प्रति प्रतिबद्धता (Commitment)
2. लंबी अवधि में बिजनेस चलाने की सोच
3. शेयरहोल्डर्स के हितों की सुरक्षा
4. फंडरेजिंग की शक्ति बढ़ती है
Promoter Holding कैसे पता करें?
आप निम्नलिखित स्त्रोतों से Promoter Holding देख सकते हैं:
• NSE/BSE Website
• Moneycontrol.com
• Screener.in
• Company के Quarterly Shareholding Pattern
• Annual Reports
यह डाटा हर तिमाही में अपडेट होता है।
Promoter Holding घटने के संकेत
1. प्रमोटर के शेयर गिरवी रखना (Pledged Shares)
यदि प्रमोटर अपने शेयर गिरवी रखते हैं, तो इसका मतलब हो सकता है कि उन्हें कैश की जरूरत है।
2. प्रमोटर की हिस्सेदारी में लगातार गिरावट
यह संकेत हो सकता है कि प्रमोटर को अपने बिजनेस पर विश्वास कम हो रहा है।
3. प्रमोटर की कंपनी से दूरी
अगर प्रमोटर कंपनी में एक्टिव नहीं हैं, और साथ में उनकी हिस्सेदारी भी कम हो रही है — तो यह चिंता का विषय है।
Pledged Shares क्या होते हैं?
जब प्रमोटर अपने शेयर को बैंक या वित्तीय संस्थान के पास लोन के बदले गिरवी रखते हैं, तो उन्हें Pledged Shares कहा जाता है।
ज्यादा Pledged Shares का मतलब:
• प्रमोटर वित्तीय संकट में हो सकते हैं
• शेयर की कीमतों में अस्थिरता आ सकती है
• निवेशकों के लिए रिस्क बढ़ सकता है
Promoter Holding और निवेश निर्णय
कब निवेश करें?
• जब Promoter Holding 50%+ हो
• Promoter अपने शेयर बढ़ा रहे हों
• कोई भी Pledge नहीं किया गया हो
• प्रमोटर एक्टिव और Visionary हों
कब सतर्क रहें?
• प्रमोटर लगातार हिस्सेदारी बेच रहे हों
• प्रमोटर के खिलाफ केस या जांच चल रही हो
• कंपनी के Fundamental कमजोर हों
Low Promoter Holding के बावजूद सफल कंपनियां
कुछ कंपनियों में प्रमोटर होल्डिंग कम होती है, लेकिन फिर भी वे अच्छी ग्रोथ देती हैं।
उदाहरण:
• Infosys – 13.10%
• Larsen & Toubro (L&T) – 0% (Fully professional managed)
कारण:
• अच्छी मैनेजमेंट टीम
• विदेशी निवेशकों का समर्थन
• मजबूत कारोबारी मॉडल
निवेशक क्या ध्यान रखें?
1. Promoter Holding को ट्रैक करें – हर तिमाही में
2. Pledged Shares का प्रतिशत जांचें
3. प्रमोटर की Reinvestment की नीयत देखें
4. Corporate Governance और Transparency पर ध्यान दें
Promoter Holding की सीमाएं
1. सिर्फ ज्यादा हिस्सेदारी का मतलब अच्छी कंपनी नहीं
2. कुछ बार प्रमोटर अपने फायदे के लिए शेयर बढ़ा सकते हैं
3. Pledged Shares की वजह से रिस्क बना रहता है
4. इंडस्ट्री और कंपनी का प्रोफाइल देखना जरूरी
Tools और Websites
• Screener.in – Detailed Shareholding pattern
• Trendlyne – Pledged Shares डाटा
• NSE/BSE filings – Quarterly Reports
• Moneycontrol – Insider Trading गतिविधियां
निष्कर्ष
Promoter Holding एक महत्वपूर्ण संकेतक है जो यह बताता है कि प्रमोटर को अपनी ही कंपनी पर कितना भरोसा है। यह निवेशकों को कंपनी की स्थिरता, नियंत्रण और संभावित ग्रोथ के बारे में संकेत देता है। हालांकि यह अकेले निवेश का आधार नहीं होना चाहिए, लेकिन अन्य संकेतकों के साथ मिलाकर एक सशक्त विश्लेषण जरूर बन सकता है।
याद रखने योग्य बातें:
• Promoter Holding ज्यादा = विश्वास और नियंत्रण
• घटती हिस्सेदारी = चिंता का संकेत
• Pledged Shares = रिस्क का संकेत
• नियमित रूप से ट्रैक करना जरूरी
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