Sensex Gainers & Losers: भारतीय शेयर बाजार हर दिन लाखों निवेशकों की उम्मीदों और चिंता का केंद्र बनता है। लेकिन कुछ दिन ऐसे होते हैं जब विशेष कंपनियों के शेयरों में असामान्य तेज़ी या गिरावट देखी जाती है। 8 जुलाई 2025 को ऐसा ही एक दिन रहा जब सेंसेक्स (Sensex) की साप्ताहिक एक्सपायरी के दिन टॉप 10 स्टॉक्स में ज़बरदस्त उठापटक देखने को मिली। आइए इस ब्लॉग में विस्तार से जानें कि किन कंपनियों के शेयर सबसे ज़्यादा गेनर और लूज़र रहे, और इसके पीछे की वजहें क्या रहीं।
Table of Contents
Sensex Gainers & Losers

भाग 1: शेयर बाजार की मौजूदा स्थिति (Context)
सेंसेक्स और निफ्टी का समग्र प्रदर्शन
• सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ग्रीन ज़ोन में बंद हुए।
• निवेशकों में सकारात्मक सेंटिमेंट देखा गया, खासकर बैंकिंग और फार्मा सेक्टर में।
• अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थिरता और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का प्रभाव भी देखने को मिला।
भाग 2: टॉप 5 Gainers – किन कंपनियों के शेयर उछले और क्यों?
Kotak Mahindra Bank
• शेयर में 6% से अधिक की उछाल।
• वजह: बैंक द्वारा घोषित कस्टमर बेस में ग्रोथ और संभावित M&A डील।
Torrent Pharma
• शेयर में तेज़ उछाल, करीब 5.5% की तेजी।
• वजह: कंपनी को USFDA से अहम मंजूरी और नए प्रोडक्ट लॉन्च की घोषणा।
Tata Motors
• EV सेगमेंट में नई रणनीति और बिक्री में 18% ग्रोथ।
• वैश्विक ब्रोकरेज फर्मों की ‘Buy’ रेटिंग।
JSW Steel
• इस्पात की कीमतों में रिकवरी और सरकारी इंफ्रास्ट्रक्चर योजनाओं से उम्मीद।
Axis Bank
• बैंक ने NPA (Non-Performing Assets) को नियंत्रण में रखा और Q1 में बेहतर रिजल्ट्स की उम्मीद।
भाग 3: टॉप 5 Losers – किन कंपनियों के शेयर गिरे और वजहें क्या रहीं?
Infosys
• गिरावट: लगभग 4%
• वजह: कंपनी की गाइडेंस में संशोधन और अमेरिकी क्लाइंट्स से कम प्रोजेक्ट्स।
Reliance Industries
• गिरावट: 3.5%
• वजह: पेट्रोकेमिकल मार्जिन घटे और O2C बिज़नेस से कमजोर आंकड़े।
Bharti Airtel
• गिरावट: 3%
• वजह: Vodafone Idea को सरकार की ओर से राहत मिलना, जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़ी।
ITC
• गिरावट: 2.8%
• वजह: FMCG डिवीजन में स्लो ग्रोथ और सिगरेट डिवीजन पर टैक्स की आशंका।
HCL Technologies
• गिरावट: 2.6%
• वजह: डिजिटल डील्स की स्लो पाइपलाइन और Q1 में कमजोर ऑपरेटिंग मार्जिन अनुमान।
भाग 4: इन उतार-चढ़ाव की वजहें
वैश्विक संकेत
• अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों को स्थिर रखने का संकेत।
• क्रूड ऑयल की कीमतों में स्थिरता।
• डॉलर इंडेक्स में कमजोरी से विदेशी निवेशक एक्टिव।
घरेलू कारण
• कंपनियों के कॉर्पोरेट एक्शन जैसे रिजल्ट, M&A डील, रेटिंग अपग्रेड या डाउनग्रेड।
• FIIs और DIIs की खरीद-फरोख्त।
• सेक्टर आधारित गतिविधियाँ – खासकर बैंकिंग, आईटी और फार्मा।
भाग 5: निवेशकों के लिए क्या सीख?
1. फंडामेंटल एनालिसिस जरूरी है: कंपनियों के रिजल्ट्स, गाइडेंस, और मैनेजमेंट कम्युनिकेशन को फॉलो करें।
2. भावनात्मक निवेश से बचें: किसी शेयर के बढ़ने या गिरने पर तुरंत निर्णय न लें।
3. सेक्टर वॉच करें: जब एक सेक्टर में बड़ा बदलाव हो, तो बाकी कंपनियों पर भी असर हो सकता है।
4. लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण रखें: उठापटक सामान्य है, लंबी अवधि में कंपनी के फ़ंडामेंटल्स ही अहम होते हैं।
भाग ६ टॉप १० स्टॉक की लिस्ट
Kotak Mahindra Bank +6.2 % Torrent Pharma + 5.5 % Tata Motors + 4.9 % JSW Steel +4.2 % Axis Bank +3.8 % Infosys – 4.0 % Reliance – 3.5 % Airtel – 3.0 % ITC -2.8 % HCL Tech – 2.6 %
भाग 7: भविष्य की रणनीति
• अगले सप्ताह कंपनियों के Q1 रिजल्ट्स पर फोकस रहेगा।
• सरकार की बजट घोषणाओं और पॉलिसी अपडेट्स से बाजार प्रभावित होगा।
• वैश्विक बाजारों में यदि स्थिरता बनी रही तो सेंसेक्स 80,000 के आंकड़े के करीब जा सकता है।
निष्कर्ष
8 जुलाई 2025 का दिन शेयर बाजार के लिए अहम रहा, जहां कुछ कंपनियाँ चमकीं और कुछ गिरीं। निवेशकों को चाहिए कि वे इन बदलावों को समझें, विश्लेषण करें, और धैर्यपूर्वक दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाएं।
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